Pages

Friday 20 May 2016

तकल्लुफ और तमीज़दार महफ़िलों में अच्छा नहीं लगता

तकल्लुफ और तमीज़दार महफ़िलों में अच्छा नहीं लगता
महफिलों में रौनक रहे कोई तो इक दोस्त कमीना चाइये
मुकेश इलाहाबादी -------------------------------------------

No comments:

Post a Comment